भक्ति भाव से खुश होती हैं, मोरी माता रानी
भूखे को अन्न मिले और प्यासे को पानी !
जय जगदम्बा जय महारानी, जय वरदानी माँ
हम आये तेरे द्वारे मईया, शरण लगा लों माँ !!
जय मईया .....
सूरज सा है तेज तुम्हारा सिंह सवारी करती हो
दुनिया से तुम पाप मिटाकर धर्म संवारा करती हो|
कष्ट हमारे हर लों मैया सिंह भवानी माँ ||
सबके मन मंदिर में मईया तुम ही पल पल बसती हो
राजा रंक सभी के घर में मईया तुम ही रहती हो
जय जय अम्बे जय जगदम्बे शरण लगा लों माँ !!
जो भी तुमको भजता मन से मईया वो सुख पाता है
माँ बेटे का इस दुनिया में सबसे पावन नाता है |
हमको भी स्वीकार करो माँ मातु भवानी माँ !!
- दीपक श्रीवास्तव
भूखे को अन्न मिले और प्यासे को पानी !
जय जगदम्बा जय महारानी, जय वरदानी माँ
हम आये तेरे द्वारे मईया, शरण लगा लों माँ !!
जय मईया .....
सूरज सा है तेज तुम्हारा सिंह सवारी करती हो
दुनिया से तुम पाप मिटाकर धर्म संवारा करती हो|
कष्ट हमारे हर लों मैया सिंह भवानी माँ ||
सबके मन मंदिर में मईया तुम ही पल पल बसती हो
राजा रंक सभी के घर में मईया तुम ही रहती हो
जय जय अम्बे जय जगदम्बे शरण लगा लों माँ !!
जो भी तुमको भजता मन से मईया वो सुख पाता है
माँ बेटे का इस दुनिया में सबसे पावन नाता है |
हमको भी स्वीकार करो माँ मातु भवानी माँ !!
- दीपक श्रीवास्तव
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