राजनीति का अटल सितारा,
है उजला इतिहास हमारा।
जो मर कर भी अमर हुआ है,
उसको वंदन नमन हमारा॥
जय जवान जय जय किसान में,
जिसने जय विज्ञान संवारा।
रचा पोखरण में था जिसने,
एक अमर इतिहास हमारा॥
मुख पर मृदु मुस्कान लिए जो,
बना करोड़ों मन का प्यारा।
दम्भ जिसे छू भी ना पाया,
ऐसा अमर चिराग हमारा॥
हिंदी तन मन जिसका जीवन,
फैलाया जग में उजियारा।
कवि मन की ओजस्वी वाणी,
जैसे सुरसरि बहती धारा॥
आओ श्रद्धा सुमन चढ़ाएं,
जो था अटल चिराग हमारा।
जो मर कर भी अमर हुआ है,
उसको वंदन नमन हमारा॥
- दीपक श्रीवास्तव
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