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Saturday, March 24, 2018

तुम ही सब कुछ हो

बिना तुम्हारे कण न डोले ।
कंठ मेरे, पर तू ही बोले ॥
ज्ञान तुम्ही, तुम ही स्वर मेरे ।
हम तो केवल करते फेरे ॥

- दीपक श्रीवास्तव

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